दर तीन वर्षांनी भरविण्यात येणाऱ्या ‘राज्यस्तरीय बाल विज्ञान संमेलन’मध्ये इयत्ता आठवी ते बारावीचे विद्यार्थी त्यांचे प्रकल्प सादर करतात. या संमेलनात, इयत्ता आठवी ते दहावी आणि इयत्ता अकरावी व बारावी, अशा दोन गटांतील विद्यार्थ्यांद्वारे सादर केल्या जाणाऱ्या प्रकल्पांतील प्रत्येकी तीन सर्वोत्तम प्रकल्पांना ही पारितोषिके दिली जातात.
या पारितोषिकाचे आत्तापर्यंतचे विजेते
वर्ष | गट | क्रमांक | नाव | विषय |
२०१९ | शालेय | प्रथम | ओम चौधरी आणि वेदान्त चव्हाण (चाळीसगाव) | चाळीसगाव परिसरातील सर्पदंश समस्येचा अभ्यास |
२०१९ | द्वितीय | पूर्वा भामरे व श्रावणी जाधव (पिंपळनेर, जि.धुळे) | गाजर गवतापासून खतनिर्मिती | |
२०१९ | तृतीय | रिनिका छेडा व युग वर्मा (मुंबई) | जीवन दिया (लाइट अ लॅम्प , प्लांट अ लाइफ) | |
२०१९ | कनिष्ठ महाविद्यालय | प्रथम | प्राजक्ता चिनावलकर (शहादा , जि.नंदुरबार) | २०१९ सालचा दुष्काळ व त्याचे परिणाम |
द्वितीय | वैष्णवी तडसे आणि ईशा वडस्कर (वरोरा, जि.चंद्रपूर) | क्लॉथ – व्हरायटीज, युजेस अॅण्ड कॅरॅक्टरिस्टिक्स | ||
तृतीय | वैष्णवी चौधरी आणि ज्ञानेश्वरी धांडे, (खिरोदा, जि. जळगाव) | गावातील पाणी समस्या व त्यावर उपाय | ||
२०१६ | शालेय | प्रथम | निशांत मातल आणि गौरव पाटील (उत्तुर) | बदलत्या जीवनशैलीनुसार बदलता आहार |
२०१६ | प्रथम | निशांत मातल आणि गौरव पाटील (उत्तुर) | बदलत्या जीवनशैलीनुसार बदलता आहार | |
द्वितीय | भूषण बोरनाक आणि रोहन इंगळे (उत्तुर) | अन्नधान्य साठवण – समस्या व उपाय | ||
तृतीय | सानिया हवालदार आणि प्रणाली सोनावणे (मुंबई) | कचऱ्यातून सोने | ||
२०१६ | कनिष्ठ महाविद्यालय | प्रथम | ||
द्वितीय | नेहा सोनावणे आणि यशराज कोठावदे (पिंपळनेर) | घनकचरा व्यवस्थापन | ||
तृतीय | पूजा ताळे आणि रोहिणी येऊल (हिवरखेड) | दिवाळीत फटाके फोडावेत का? | ||
२०१३ | शालेय | प्रथम | सुयश सावंत (रत्नागिरी) | आपल्या भागात आढळणारे वृक्ष, त्यांचे गुणधर्म व उपयोग |
द्वितीय | रसिका यावलकर (डोंबिवली) | चप्पल कारागिर, त्यांचे राहणीमान आणि आयुर्मान यांचा अभ्यास | ||
तृतीय | प्रथमेश पुराणिक आणि अभिषेक कनशेट्टी (सोलापूर) | टाकावू पदार्थापासून इंधन निर्मिती | ||
२०१० | शालेय | प्रथम | प्रफुल्ल पाटील आणि लीना महाले (चाळीसगाव) | दुभत्या जनावरांचे आरोग्य |
द्वितीय | महेश देवईकर आणि स्वीटी मेश्राम (चंद्रपूर) | तेंदूपत्ता संकलन | ||
तृतीय | सुमित नवले आणि प्रसाद सोनावणे (अहमदनगर) | विटांमुळे होणारा सुपीक मातीचा ऱ्हास टाळणे | ||
तृतीय | वृषभ देशमुख आणि श्रद्धा देशमुख (नांदपूर) | शेतकरी समस्या व उपाय | ||
२०१० | कनिष्ठ महाविद्यालय | तृतीय | अश्विनी चांदणे आणि पूजा खानेकर (पुणे) | वनस्पतीजन्य टाकाऊ पदार्थाचा पुनर्वापर |
२००७ | शालेय | प्रथम | दिग्विजय आजगेकर आणि सत्यम पोवार (उत्तुर) | घनकचरा व्यवस्थापन |
द्वितीय | आर्या कुलकर्णी (नाशिक) | औष्णिक विद्युत केंद्राच्या राखेमुळे होणारे दुष्पपरिणाम | ||
तृतीय | संकेत लांजेकर आणि प्रथमेश बोटले (मुंबई) | दूषित भूमी सुपीक करणे | ||
२००७ | कनिष्ठ महाविद्यालय | तृतीय | राजश्री आपटे आणि सुचिता जोशी (आजरा) | युवतींच्या आरोग्यावर होणारे परिणाम |
२००४ | शालेय | प्रथम | प्रसाद पाचखेडे आणि अनिकेत गोदे (अमरावती) | मेळघाटातील कुपोषण |
द्वितीय | रेहाना मोकाशी आणि गौतम गावडे (गोवा) | दैनंदिन जीवनातील पर्यावरण | ||
तृतीय | अमित मुंद्रे आणि सागर गोडसे (नांदपूर) | टाकावू वस्तूंपासून शैक्षणिक साहित्य | ||
२००१ | शालेय | प्रथम | मच्छिंद्र साबळे आणि शिरीष नवले (अहमदनगर) | सण, रुढी, परंपरा यातून होणारा अन्नपदार्थांचा अपव्यय टाळणे |
द्वितीय | तृप्ती गावकर आणि शांबा साळगावकर (गोवा) | आरोग्यविषयक सवयींचे सर्वेक्षण | ||
२००१ | कनिष्ठ महाविद्यालय | द्वितीय | राहुल प्रभू-खानोलकर (बेळगाव) | दातांच्या दवाखान्यातील कचऱ्याची विल्हेवाट – एक अभ्यास |
तृतीय | अश्विनी कोकितकर, अमिता मकानदार आणि राजेश्वरी कदम (गडहिंग्लज) | काँग्रेस गवताचा प्रादुर्भाव रोखणे | ||
तृतीय | हर्षद नेरकर (धूळे) | गाजर गवत समस्या अभ्यासणे | ||
१९९८ | शालेय | द्वितीय | फैयाझ अब्दुल शेख (पाली) | पाली गावातील गुटका विक्री |
द्वितीय | संतोष शेटे (अहमदनगर) | धान्याच्या नासाडीचे प्रमाण रोखणे | ||
तृतीय | नितिन येवला (मालेगाव) | विजेच्या अपव्ययाचा अभ्यास | ||
तृतीय | विवेक धवड (नांदपूर) | मेळघाटातील कुपोषण समस्या व उपाय | ||
१९९८ | कनिष्ठ महाविद्यालय | द्वितीय | नितिन सर्वगोड (पुणे) | दूरदर्शनच्या जाहिरातींवरून औषधोपचार योग्य की अयोग्य |
तृतीय | सुविद्या दांडेकर (पाली) | पाली परिसरातील रूग्णांचा अभ्यास | ||
१९९७ | शालेय | तृतीय | पूर्वा कुर्तडीकर आणि आरती देशमुख (जालना) | जालना शहरातील घरगुती कचऱ्याचा विनियोग |
१९९७ | कनिष्ठ महाविद्यालय | तृतीय | प्रसेन कुरणकर, अभिजित देसाई आणि सत्यजित देसाई (गडहिंग्लज) | ऊर्जाबचत |